पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता
पत्थलगांव के ग्राम मारातरई रामतरई में श्रीमद भागवत कथा के सातवे दिन की कथा में भक्तो से पूरा पंडाल भरा
कथा स्थल से मारातरई गाँव के नामको रामतरई के नाम से जानने की बात कही गई
भागवत कथा की बयार कुछ इस तरह बही की ग्राम मारातरई जैसे छोटे गाँव मे भक्तों की संख्या बहुत ज्यादा हुई कार्यक्रम स्थल का पंडाल पूरा भरा भक्तो की उत्सुकता बढ़ती जा रही है। लगातार भागवत कथा में बढ़ते भक्तो की संख्या और खास कर महिलाओ की संख्या देख कर कथा के आयोजन कर्ता बारीक परिवार ने सभी भागवत कथा सुनने आये भक्तो को नमन किया उन्हें प्रणाम करते हुए कहा बारीक परिवार हुवा गदगद आपको बता दे कुनकुरी बगीचा , जशपुर से लेकर सीतापुर, अम्बिकापुर, लैलूंगा से रायगढ़ तक के गाँव गाँव शहर से रोजाना कथा सुनने पहुचे मारातरई रामतरई
🖕भागवत कथा सुनने जशपुर राजपरिवार से श्रीमंत विक्रमादित्य सिंह जूदेव एवं बहुरानी श्रीमती जया सिंह जूदेव पहुँचे
भागवत कथा सुना रहे अशोक महराज ने कथा के माध्यम से हर बातो का सार पुर्वक समझाते हुए बता रहे है। कि हर ब्यक्ति किसी भी परिवार में जन्म लिया है। तो उस परिवार के लिए हम गौरवपूर्ण इतिहास लिखने की ताकत ठाकुर जी देते है। अपने परिवार के लिए सब कुछ करना अपने परिवार के लिए अच्छा कीजिये बात ये नही की आपने बारीक परिवार में जन्म लिया या महकूल परिवार में जन्म लिया या अन्य परिवार में जन्म लिया है। बस ये स्मरण रहे कि हमने उच्च कुल में जन्म लिया है और आपके परिवार के लिए ठाकुर जी आपको इतनी शक्ति दे कि उस परिवार का नाम हो परस्पर समर्पण हो एकदूसरे के प्रति
भगवान श्री कृष्ण का ससुराल छत्तीसगढ़ है आप सभी कृतज्ञ हो गए कि स्वयं द्वारकाधीश कृष्ण का छत्तीसगढ़ से दिल का रिस्ता है।
स्वामी विवेकानंद की बात बताते हुए कहा था कि उन्होंने शिकागो में कई दशकों पहले जाकर अपने धर्म की बात कुछ इस तरह रखा कि आज भी उनके कहे शब्दो को युवा से लेकर सभी अपने जीवन मे उतार कर जीवन जीने की कला सीखने की कोशिश करते है।
पत्थलगांव के पूर्व विधायक रामपुकार सिंह एवं पूर्व गौ सेवा आयोग के सदस्य चन्द्रशेखर त्रिपाठी
अशोक महराज ने एक बात सभी परिवार के लोगो से कहा कि आपके पुत्र बाहर जाकर पढाई करने जाते है। पर ये ध्यान रहे कि उन बच्चों को कभी आपके रुपया पैसा और सम्पत्ति के बारे में ज्यादा कुछ न बताये क्योकि इन बातों को जानने के बाद कहि एसा न हो कि वो पुत्र अपनी मेहनत से विमुख हो जाये क्योकि वो सोचेगा की हमारे पास तो बहुत सम्पति है हमे पढ़ने और ज्यादा मेहनत करने की क्या जरूरत है। अपने बच्चो को जिम्मेदार बनाये संश्कार इतना दे की कोई भी जब आपके बच्चो से मिले तो उन्हें ये ज्ञान हो जाये कि आपने कितना संश्कार अपने बच्चो को दिया है। मैं यहां बस राधे राधे कहने के लिए नही आया हु मैं यहां आपको धर्म की रक्षा करने जीवन को अच्छे से जीने के रास्ते दिखाने आया हु। तभी ये मेरा कथा सार्थक होगा जब आप मेरे द्वारा सुने कथा के बातो से खुद और अन्य लोगो को आगे बढ़ने में मद्दत करेंगे।
रोजाना के कथा में कथा वाचक अशोक महराज भजन के माध्यम से भक्तो में ऊर्जा का संचार कर भाव विभोर करते रहे भक्त अनेक बार भजन में थिरकते रहे भजन के दो लाइन है।
कथा के माध्यम से ब्यासपीठ से कहे शब्दो मे अगर लोग थोड़ा भी अमल कर लिए तो निश्चित है कि जीवन की नैया आसानी से पार हो जाएगी कथा में भक्तो के आये विशाल समूह से ये बात तो समझा जा सकता है कि धर्म के लिए भागवत कथा के लिए कई कई घण्टो तक बैठ कर भगवान कृष्ण की लीला और उनके बताये रास्तो से चल कर इस भवसागर में अग्रणी रहा जा सकता है। आप दूसरों की मद्दत करिये आपकी मद्दत वो ऊपर वाला बाँके बिहारी कृष्ना करेंगे।
ब्यासपीठ से अशोक महराज ने भागवत कथा के आयोजक माखन कटा बारीक परिवार थबिरो के बारे में कहा की आपने कथा के माध्यम से बारीक परिवार को एक सूत्र में पिरो दिया है जिसे कभी किसी ने सोचा नही होगा उसे आपने सब के सामने सार्थक कर दिखाया है। आप सभी को इस परिवार से सीखने की जरूरत है। की परिवार में एकजुटता कितना बहुत जरूरी है।

Author: Abtak News 24



